पूर्व मंत्री आशु का भगौड़ा पी.ए. पंकज मल्होत्रा विजीलैंस के शिकंजे में
- By Krishna --
- Friday, 16 Dec, 2022
Former minister Ashu's fugitive P.A. Pankaj Malhotra in the clutches of vigilance
Former minister Ashu's fugitive P.A. Pankaj Malhotra in the clutches of vigilance : चंडीगढ़। राज्य की अनाज मंडियों में हुए करोड़ों रूपए के ढुलाई सम्बन्धी टैंडर घोटाले (freight tender scam) में पंजाब विजीलैंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने आज भगौड़े चले आ रहे मुलजिम पंकज मल्होत्रा उर्फ मीनू मल्होत्रा को गिरफ़्तार कर लिया, जब उसने लुधियाना में विजीलैंस ब्यूरो के कार्यालय (Vigilance Bureau Office in Ludhiana) में आत्म-समर्पण किया। यह मुलजिम पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु के साथ प्राईवेट तौर पर निजी सहायक (पी.ए.) के तौर पर काम करता रहा है। विजीलैंस (Vigilance) द्वारा चलाई गई कानूनी कार्यवाही के कारण उसे अंदेशा था कि अदालत उसे इस घोटाले में भगौड़ा (पी.ओ.) घोषित कर सकती है, क्योंकि विजीलैंस ब्यूरो ने पहले ही उसे और एक अन्य दोषी इन्दरजीत सिंह उर्फ इंडी जो उक्त पूर्व मंत्री का पी.ए.सी, के विरुद्ध इस संबंधी अदालती कार्यवाही शुरू कर दी थी और उस केस की सुनवाई की अगली तारीख 23-12-2022 निर्धारित की गई थी। उसे कल लुधियाना की सक्षम अदालत में पेश किया जायेगा। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए आज यहां विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस मुकदमे में ब्यूरो द्वारा पहले ही ठेकेदार तेली राम (Contractor Teli Ram), जगरूप सिंह (Jagroop Singh), सन्दीप भाटिया (sandeep bhatia) और गुरदास राम एंड कंपनी के मालिकों/भागीदारों के साथ-साथ पंजाब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के अलावा अलग-अलग अनाज मंडियों में लेबर और ढुलाई के टैंडर आवंटित करने के लिए सम्बन्धित खरीद एजेंसियों के अधिकारियों/ कर्मचारियों के विरुद्ध आई.पी.सी. की धारा 420, 409, 467, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 8, 12, 13(2) के अंतर्गत एफ.आई.आर. नम्बर 11 तारीख़ 16-08-2022 के अधीन केस दर्ज किया गया था।
पूर्व मंत्री समेत 4 हो चुके हैं पहले ही गिरफ्तार / 4 including former minister have already been arrested
उन्होंने बताया कि इस मामले में मुलजिम तेली राम, पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, कृष्ण लाल धोतीवाला (Krishna Lal Dhotiwala) और अनिल जैन (दोनों आढ़तिये) को पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है और इस समय सभी न्यायिक हिरासत के तौर पर जेल में हैं। इसके अलावा विजीलैंस ब्यूरो (vigilance bureau) द्वारा पहले ही लुधियाना की सक्षम अदालत (Competent Court of Ludhiana) में भारत भूषण आशु, तेली राम और कृष्ण लाल के विरुद्ध सप्लीमैंट्री चालान पेश किया जा चुका है। अधिक विवरण देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि इस केस में कठिन पड़ताल और सबूतों की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि उक्त भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) के पास पी.ए. के तौर पर काम करने वाले मुलजिम मीनू मल्होत्रा (Meenu Malhotra) ने साल 2020-21 के लिए अनाज मंडियों में लेबर और ढुलाई के टैंडर आवंटित कराने के लिए पूर्व मंत्री के साथ दोषी ठेकेदार तेली राम की बैठक करवाने के लिए उसके पास से 6 लाख रुपए रिश्वत ली थी। उन्होंने बताया कि इस मामले की अगली जांच जारी है।
ये भी पढ़ें ...
ये भी पढ़ें ...
ये भी पढ़ें ...